विकसित भारत की संकल्पना: युवाओं की भूमिका के संदर्भ में

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साक्षी मेहता, आराधना अवस्थी

Abstract

भारत आज 21वीं सदी में तीव्र गति से प्रगति की ओर अग्रसर है। “विकसित भारत 2047” का लक्ष्य न केवल आर्थिक विकास बल्कि सामाजिक न्याय, पर्यावरणीय संतुलन, तकनीकी नवाचार, सांस्कृतिक धरोहर और वैश्विक नेतृत्व की दिशा में एक समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है। इस संदर्भ में युवा शक्ति की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि भारत विश्व के उन देशों में है जहाँ सबसे बड़ी युवा जनसंख्या विद्यमान है। यह शोध-पत्र विकसित भारत की संकल्पना, उसके ऐतिहासिक व समकालीन आयामों तथा युवाओं की विविध भूमिकाओं का विश्लेषण करता है। इसमें यह स्पष्ट किया गया है कि शिक्षा, कौशल, नवाचार, उद्यमिता, लोकतंत्र में भागीदारी और सामाजिक परिवर्तन की दिशा में युवाओं का योगदान ही विकसित भारत की आधारशिला सिद्ध होगा।

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